
सिद्धार्थनगर। सांसद जगदंबिका पाल ने लोकसभा में शून्य काल के दौरान माल गोदाम श्रामिको से जुड़ा एक महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि रेल मालगोदाम के कर्मचारियों को मिलने वाली मजदूरी में सुधार की आवश्यकता है और सरकार को इस गंभीरता से ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा है कि वर्तमान सरकार ने भारतीय रेलवे के व्यावसायिक परिवहन के माध्यम से रोजगार को बढ़ाने के लिए कई पहल कि है लेकिन रेल मालगोदाम के श्रमिकों के साथ हो रहे अन्याय को देखते हुए इस भी ध्यान देना जरूरी है। उन्होंने माल वाहको द्वारा रेल मालगोदाम पर श्रमिकों श्रमिकों के साथ अन्यायपूर्ण व्यवहार को भी उठाया और सरकार से इस पर कठोर कार्रवाई करने कि मांग कि है। रेलवे माल गोदाम पर 50 किलो का बोरा उठाने के लिए इन श्रमिकों को मात्र 15 रुपए से 20 रुपये तक मजदूरी मिलती है।
जो आज की तारीख में उनके परिवार का खर्चा उठाने के लिए बहुत ही कम है। इस के अलावा रेलवे माल गोदाम पर ठेकेदार तथा असामजिक तत्व के माध्यम से श्रमिकों के ऊपर सामाजिक एवं आर्थिक शोषण के चलते माल वाहक को अपना सामान ले आने जाने के लिए रेलवे मार्ग को छोड़ कर विकल्प रास्ता अपनाना पड़ रहा है उन्होंने ने कहा कि भारतीय रेलवे को भी डिपार्टमेंटल लेवर सिस्टम के माध्यम से अपने माल गोदाम काम को सुचारू रूप से चलाने कि आवश्यकता है। इस संदर्भ में सांसद ने भारत सरकार से इन प्रस्तावों पर गहन विचार किया जाए और श्रमिकों को उनके अधिकारों का उचित पालन करने के लिए कार्रवाई की जाएं।